PM Street Vendor’s AtmaNirbhar Nidhi: प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi) योजना का विस्तार किया जाएगा ताकि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के स्ट्रीट वेंडर्स को भी इसका लाभ मिल सके। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के पहले संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए इस बात की घोषणा की। यह योजना, जो 2020 में COVID-19 महामारी के दौरान शुरू की गई थी, शहरी स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक माइक्रो-क्रेडिट योजना है जो 50,000 रुपये तक के गारंटी-मुक्त ऋण प्रदान करती है।
PM SVANidhi योजना का विस्तार
PM SVANidhi योजना का उद्देश्य शहरी स्ट्रीट वेंडर्स को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपनी आजीविका को स्थिरता और प्रगति दे सकें। अब, इस योजना का विस्तार ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के स्ट्रीट वेंडर्स तक किया जा रहा है, जिससे वे भी आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के 18वें लोकसभा के गठन के बाद पहले संयुक्त सत्र में इस घोषणा को दोहराया।
योजना की शुरुआत और उद्देश्य
PM SVANidhi योजना मोदी सरकार द्वारा 2020 में COVID-19 महामारी के समय शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी स्ट्रीट वेंडर्स को माइक्रो-क्रेडिट के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना गारंटी-मुक्त ऋण प्रदान करती है, जो छोटे व्यापारियों और वेंडर्स के लिए बहुत सहायक साबित होती है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 से अब तक का प्रदर्शन
गृह और शहरी मामलों के पूर्व केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले साल 11 दिसंबर को राज्यसभा में जानकारी दी थी कि 2020-21 वित्तीय वर्ष में PM SVANidhi योजना के तहत लाभार्थियों को 2,039 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए थे। 2021-22 में यह राशि 1,248 करोड़ रुपये थी, 2022-23 में 1,866 करोड़ रुपये और 2023-24 के वर्तमान वित्तीय वर्ष में 5 दिसंबर तक 4,637 करोड़ रुपये वितरित किए गए थे, जिससे कुल राशि 9,790 करोड़ रुपये हो गई।
लाभार्थियों की संख्या और योजना का प्रभाव
5 दिसंबर 2023 तक, इस योजना के तहत 56,58,744 स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण वितरित किए गए थे। मंत्री ने राज्यसभा को सूचित किया कि लाभार्थियों की संख्या हर दिन बढ़ रही है, जो इस योजना की सफलता और लोकप्रियता को दर्शाता है।
ऋण की तीन किश्तें
PM SVANidhi योजना के तहत ऋण तीन किश्तों में प्रदान किए जाते हैं। पहली किश्त में 10,000 रुपये, दूसरी किश्त में 20,000 रुपये (पहली किश्त के पुनर्भुगतान के बाद), और तीसरी किश्त में 50,000 रुपये (दूसरी किश्त के पुनर्भुगतान के बाद) प्रदान किए जाते हैं। यह योजना छोटे व्यापारियों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने और उनकी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
योजना का महत्व
PM SVANidhi योजना ने अब तक लाखों स्ट्रीट वेंडर्स को आर्थिक सहायता प्रदान की है, जिससे वे अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकें। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में इस योजना के विस्तार से, अधिक से अधिक वेंडर्स को आर्थिक सहायता प्राप्त होगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
निष्कर्ष
PM SVANidhi योजना का विस्तार ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और उनकी आजीविका को स्थिरता प्रदान करेगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की इस घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार का ध्यान सभी क्षेत्रों के वेंडर्स को वित्तीय सहायता प्रदान करने पर है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकें।