सेविंग अकाउंट में न्यूनतम शेष राशि रखना अनिवार्य होता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके सेविंग अकाउंट में कितनी न्यूनतम राशि होनी चाहिए। यदि आवश्यक न्यूनतम राशि नहीं रखी जाती, तो बैंक खाते पर जुर्माना लगाना शुरू कर देते हैं।
न्यूनतम शेष राशि बनाए रखने का प्रयास सभी खाताधारक करते हैं, लेकिन कभी-कभी यह संभव नहीं हो पाता। ऐसे में बैंक जुर्माना लगाना शुरू कर देते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि हर साल खाते से महत्वपूर्ण राशि कट जाती है।
यहां हम विभिन्न बैंकों के न्यूनतम शेष राशि की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं ताकि आपको पता रहे कि अपने बचत खाते में कितना न्यूनतम बैलेंस रखना आवश्यक है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
अगर आपका सेविंग अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में है और आप मेट्रो शहर में रहते हैं, तो आपको खाते में न्यूनतम 3000 रुपए रखने होंगे। छोटे शहरों में रहने वालों के लिए यह राशि 2000 रुपए होनी चाहिए। यदि आपका खाता किसी गांव के बैंक में है, तो खाते में कम से कम 1000 रुपए रखना आवश्यक है। इन न्यूनतम बैलेंस की शर्तें अलग-अलग क्षेत्रों के लिए निर्धारित की गई हैं ताकि सभी ग्राहकों की आवश्यकताओं का ध्यान रखा जा सके।
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहकों को न्यूनतम बैलेंस के नियम अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न हैं। बड़े और छोटे शहरों में, ग्राहकों को अपने बचत खाते में न्यूनतम 2000 रुपए रखना अनिवार्य है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं में, सेविंग अकाउंट धारकों को कम से कम 1000 रुपए का बैलेंस बनाए रखना आवश्यक है।
एचडीएफसी बैंक
एचडीएफसी बैंक ने मेट्रो और प्रमुख शहरों में बचत खातों के लिए 10,000 रुपए का न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त लगाई है। छोटे शहरों में रहने वाले ग्राहकों के लिए, यह न्यूनतम बैलेंस 5,000 रुपए निर्धारित किया गया है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित शाखाओं के ग्राहकों को अपने खाते में 2,500 रुपए का औसत न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य है। यह बदलाव बैंक के विभिन्न क्षेत्रों में ग्राहकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इन नियमों का पालन न करने पर बैंक ग्राहकों से शुल्क वसूल सकता है। बैंक का उद्देश्य ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करना है।
इंडसइंड बैंक
इंडसइंड बैंक के सेविंग अकाउंट धारकों को न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना जरूरी है। सामान्य शाखाओं के खाताधारकों को कम से कम 10,000 रुपए का बैलेंस रखना अनिवार्य है। श्रेणी सी शाखाओं में खाता रखने वाले ग्राहकों को न्यूनतम 5,000 रुपए का बैलेंस मेंटेन करना होगा।
यस बैंक
यस बैंक में बचत खाता रखने वालों के लिए अनिवार्य है कि वे अपने खाते में न्यूनतम 10000 रुपए का बैलेंस बनाए रखें।
खाताधारकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बैलेंस 10000 रुपए से कम नहीं हो।
खाता चलाने के लिए यह आवश्यक है कि खाते में हमेशा 10000 रुपए या उससे अधिक की राशि बनी रहे।
कम से कम 10000 रुपए का बैलेंस रखना सभी बचत खाताधारकों के लिए जरूरी है।
यस बैंक में बचत खाता रखने के लिए न्यूनतम बैलेंस की यह शर्त सभी खाताधारकों पर लागू होती है।
आईसीआईसीआई बैंक
आईसीआईसीआई बैंक में न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकताएँ क्षेत्र के अनुसार बदलती हैं। मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में, ग्राहकों को 10,000 रुपये का न्यूनतम बैलेंस रखना होता है। अर्ध-शहरी क्षेत्रों में यह सीमा 5,000 रुपये निर्धारित है। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों को कम से कम 2,000 रुपये का बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य है। प्रत्येक क्षेत्र के लिए न्यूनतम बैलेंस की ये सीमाएँ ग्राहकों की सुविधानुसार तय की गई हैं। इस प्रकार, बैंक अलग-अलग क्षेत्रों में ग्राहकों की वित्तीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखता है।
कोटक महिंद्रा बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक के बचत खाते में खाताधारकों को न्यूनतम ₹10,000 का बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता है। अगर इस खाते में ₹10,000 का बैलेंस नहीं होता, तो ग्राहकों को मासिक रूप से 500 रुपये तक का गैर-रखरखाव शुल्क देना पड़ सकता है। इसके विपरीत, बैंक के कोटक 811 बचत खाते में कोई न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए, कोटक 811 बचत खाता उन लोगों के लिए सुविधाजनक है जो न्यूनतम बैलेंस नहीं बनाए रखना चाहते।
बैंक खाता बैलेंस जीरो होने पर क्या माइनस में जाएगा बैलेंस?
यदि आप अपने बैंक खाते में न्यूनतम शेष राशि बनाए नहीं रख पाते हैं, तो आपका खाता धीरे-धीरे शून्य पर आ सकता है, लेकिन ऋणात्मक नहीं हो सकता। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का निर्देश है कि किसी भी स्थिति में आपका खाता ऋणात्मक नहीं हो सकता है। न्यूनतम शेष राशि न होने पर भी खाता शून्य पर ही स्थिर रहेगा। आरबीआई के नियमों के अनुसार, आपका बैंक खाता शून्य से कम नहीं जा सकता। यह सुनिश्चित करने के लिए आरबीआई ने यह नीति बनाई है।
Savings Account Minimum Balance Update
रिजर्व बैंक के निर्देशों के मुताबिक, किसी ग्राहक द्वारा अपने बैंक खाते में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर भी, खाते से न्यूनतम राशि से कम कटौती नहीं की जा सकती। खाते में नेगेटिव बैलेंस की अनुमति नहीं होती है। बैंक को ग्राहकों को उन चार्जों की पूरी जानकारी देनी चाहिए, जो बैंकिंग सेवाओं के लिए लागू हो सकते हैं। यदि किसी खाताधारक का खाता निष्क्रिय हो गया है, तो वह उसे आसानी से बिना किसी सक्रियण शुल्क के पुनः सक्रिय कर सकता है।