नई डील की घोषणा और उसका महत्व: टाटा ग्रुप की दिग्गज आईटी कंपनी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के साथ 15,000 करोड़ रुपये के 4G नेटवर्क सौदे की घोषणा की है। यह सौदा अप्रैल में हुआ था और इसका उद्देश्य देशभर में BSNL के सेवा क्षेत्रों में भारत का पहला स्वदेशी 4G नेटवर्क समाधान स्थापित करना है। TCS और सरकारी एजेंसी C-DOT के बीच यह पार्टनरशिप BSNL की सेवाओं को एक नए स्तर पर ले जाने का लक्ष्य रखती है।
डेटा सेंटर की स्थापना
टीसीएस के सीओओ एन गणपति सुब्रमण्यम के अनुसार, टाटा समूह की कंपनी बीएसएनएल के लिए देश के चार प्रमुख क्षेत्रों में डेटा सेंटर स्थापित कर रही है। इन डेटा सेंटरों में एक प्राइमरी सर्वर (पीआर) और दूसरा डिजास्टर रिकवरी (डीआर) के लिए होगा। इसके अलावा, प्रत्येक टेलीकॉम सर्किल में 30 डेटा सेंटर तैनात किए जाएंगे। कुल मिलाकर 38 डिप्लॉयमेंट स्थापित किए जाएंगे, जिनकी स्थापना का कार्य जून तक पूरा करने का लक्ष्य है।
4G नेटवर्क का विस्तार
मई 2023 में टीसीएस ने बीएसएनएल से 19,000 करोड़ रुपये का अग्रिम खरीद ऑर्डर हासिल किया था। इस ऑर्डर के तहत टीसीएस ने बीएसएनएल के लिए 1,00,000 4जी साइटें स्थापित करने का दायित्व लिया है। आईटीआई लिमिटेड भी इस परियोजना में शामिल है और उसे लगभग 20 प्रतिशत कार्य करना है। टीसीएस और उसके कंसोर्टियम भागीदारों, जिसमें सरकारी दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास संगठन सी-डॉट भी शामिल है, ने मिलकर इस विशाल परियोजना को संभालने का कार्य किया है।
BSNL के लिए क्या कर रही है TCS?
टीसीएस BSNL के लिए विभिन्न क्षेत्रों में डेटा सेंटर स्थापित करने का काम कर रही है। ये डेटा सेंटर BSNL के टेलीकॉम सर्किल की लोड आवश्यकताओं के अनुसार तैनात किए जाएंगे। इस प्रक्रिया में TCS ने हार्डवेयर आपूर्ति साझेदारों के साथ मिलकर काम किया है। 38 डिप्लॉयमेंट के साथ, TCS का उद्देश्य BSNL की सेवाओं में सुधार करना और उन्हें अधिक कुशल बनाना है।
आने वाले समय में BSNL की स्थिति
BSNL के लिए यह नई साझेदारी एक महत्वपूर्ण कदम है। TCS के साथ इस डील के बाद BSNL की सेवाओं में न केवल सुधार होगा, बल्कि यह उन्हें बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाएगा। सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली यह कंपनी अब अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है।
नए 4G नेटवर्क की तैनाती
BSNL के लिए 4G नेटवर्क की तैनाती के साथ, कंपनी अपने उपयोगकर्ताओं को उच्च गति और बेहतर नेटवर्क सेवाएं प्रदान करेगी। टीसीएस और सी-डॉट के सहयोग से, इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत में एक सशक्त और सशक्त 4G नेटवर्क बनाना है। यह परियोजना न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका उद्देश्य देशभर में डिजिटल सेवाओं को सुलभ और प्रभावी बनाना भी है।
कंसोर्टियम का योगदान
टीसीएस के नेतृत्व में कंसोर्टियम ने बीएसएनएल के लिए 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के अग्रिम खरीद आदेश प्राप्त किए हैं। इस परियोजना का मुख्य हिस्सा बीएसएनएल नेटवर्क के पश्चिमी क्षेत्र में 23,633 साइट्स पर 4जी मोबाइल नेटवर्क की योजना, इंजीनियरिंग, आपूर्ति, स्थापना और कमीशनिंग का कार्य है। इसके अलावा, वार्षिक रखरखाव अनुबंध (एएमसी) भी इस परियोजना का हिस्सा है।
उपभोक्ताओं के लिए क्या होगा फायदेमंद?
BSNL के 4G नेटवर्क के विस्तार के बाद, उपभोक्ताओं को उच्च गति की इंटरनेट सेवाएं मिलेंगी। यह नेटवर्क न केवल कॉलिंग और इंटरनेट ब्राउज़िंग के अनुभव को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि इससे डिजिटल इंडिया मिशन को भी मजबूती मिलेगी।