सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रही है। ऐसा ही एक बदलाव रॉबर्ट रवि के रूप में किया गया है, जिन्हें BSNL का नया चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) नियुक्त किया गया है। रॉबर्ट रवि पर BSNL की डूबती नैया को पार लगाने की जिम्मेदारी होगी। आइए जानते हैं कि रॉबर्ट रवि कौन हैं और उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी क्यों दी गई है।
रॉबर्ट रवि का परिचय
रॉबर्ट रवि 15 जुलाई 2024 से BSNL के नए चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं। वह BSNL के युवा चेयरमैन हैं और उनके पास 34 साल का व्यापक अनुभव है। रवि ने BSNL के एडिशनल जनरल मैनेजर के रूप में 6 साल तक सेवा की है। हाल ही में उन्हें डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम्युनिकेशन (DoT) का डिप्टी डायरेक्टर जनरल नियुक्त किया गया था। इसके अलावा, वह टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के कंज्यूमर अफेयर और क्वॉलिटी ऑफ सर्विस के एडवाइजर भी रह चुके हैं।
रॉबर्ट रवि का शिक्षा और उपलब्धियां
रॉबर्ट रवि ने पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की है और वह उस यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए किया है। टेलिकॉम सेक्टर में रवि ने विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दिया है। उन्होंने टेलिकॉम सेक्टर में स्टैंडर्ड और क्वॉलिटी ऑफ सर्विस को बढ़ाने के साथ ही वैल्यू एडेड सर्विस के रेगुलेशन और ग्रोथ में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
रवि की टेलिकॉम सेक्टर में उपलब्धियां
रॉबर्ट रवि ने पांडिचेरी यूनिवर्सिटी के लिए इंटीग्रेटेड कम्यूनिकेशन नेटवर्क प्रोजेक्ट (FTTN, WiFi, WLAN, VoIP) बनाया है। इसके अलावा, उन्होंने पांडिचेरी सरकार के लिए PSWAN प्रोजेक्ट का डिजाइन किया और उसे सफलतापूर्वक लागू कराया था। उनकी इन उपलब्धियों ने उन्हें टेलिकॉम सेक्टर में एक महत्वपूर्ण पहचान दिलाई है।
बीएसएनएल को लेकर चुनौतियां
रवि को BSNL का CMD उस समय बनाया गया है जब कंपनी को 1,569 करोड़ का घाटा हो रहा है। ऐसे में रवि के सामने BSNL को प्रॉफिटेबल बनाने की चुनौती होगी। इसके लिए BSNL को अपने खर्चों में कटौती करनी होगी। शायद इसी वजह से MTNL के स्वतंत्र कारोबार को बंद करके उसे BSNL के दायरे में लाया जा रहा है।
जियो और एयरटेल के मुकाबले में BSNL
जियो और एयरटेल के मुकाबले में पिछड़ने के बाद BSNL फिर से ट्रैक पर लौटने की कोशिश कर रही है। इसके लिए कंपनी को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने भी इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। रवि के नेतृत्व में BSNL खुद को जियो और एयरटेल के मुकाबले के लिए तैयार कर रही है। इसके लिए युवाओं की जिम्मेदारी देने के साथ ही बिखरे हुए कारोबार को एक साथ लाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
4G सर्विसेज का रोलआउट
रॉबर्ट रवि के सामने BSNL में 4G सर्विस को पूरे देश में रोलआउट करने की बड़ी चुनौती होगी। उनके टेलिकॉम सेक्टर के अनुभव से यह काम आसान हो सकता है। साथ ही, 4G सर्विस की टेक्नोलॉजी को इस तरह से बनाया जाएगा कि उसका इस्तेमाल 5G के लिए भी किया जा सके। मौजूदा समय में टेलिकॉम सेक्टर में जियो और एयरटेल का दबदबा है, और BSNL को उनके मुकाबले में खड़ा करने में रवि की अहम भूमिका होगी।
सरकार ने नहीं दिया एक्सटेंशन
केंद्र सरकार ने BSNL के CMD की नियुक्ति में रॉबर्ट रवि पर विश्वास जताया है। वर्तमान चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर पी.के. पुरवार ने एक्सटेंशन की अर्जी दी थी, जिसे सरकार ने अस्वीकार कर दिया है। पुरवार को जुलाई 2019 में BSNL का CMD बनाया गया था।
निष्कर्ष
रॉबर्ट रवि के रूप में BSNL को एक अनुभवी और युवा नेतृत्व मिला है। उनके पास टेलिकॉम सेक्टर में सुधार और नवाचार लाने की काबिलियत है। BSNL की डूबती नैया को पार लगाने के लिए रवि को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उनके अनुभव और समर्पण से उम्मीद है कि वह इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार करेंगे।