बीएसएनएल इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है क्योंकि लाखों उपयोगकर्ता एयरटेल, जिओ, और वोडाफोन-आइडिया को छोड़कर अपने सिम को बीएसएनएल में पोर्ट करवा रहे हैं। यह परिवर्तन मुख्य रूप से 3 जुलाई को निजी टेलीकॉम कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान में वृद्धि के कारण हुआ। लोग बीएसएनएल की ओर बढ़ रहे हैं, और अब बीएसएनएल 4G नेटवर्क के ग्राहकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। कई शहरों में नए टॉवर लगाए जा रहे हैं, जिससे ग्राहकों को जल्द ही 4G नेटवर्क का लाभ मिलेगा और वे तेज़ गति से इंटरनेट का उपयोग कर सकेंगे।
बीएसएनएल में सबसे पहले 4G सेवा की शुरुआत
बीएसएनएल ने 4G नेटवर्क की शुरुआत सबसे पहले तमिलनाडु के शहरों से की थी। इसके बाद, बीएसएनएल ने पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश समेत अन्य शहरों में भी 4G टॉवर लगाए। पहले चरण में 6000 टॉवर लगाए गए थे, जिसके तुरंत बाद 2000 और टॉवर लगाए गए। हाल ही में, बीएसएनएल ने 12000 नए टॉवर लगाने के बाद यह जानकारी दी कि अब तक कुल 15000 से ज्यादा टॉवर लगाए जा चुके हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि बीएसएनएल 4G नेटवर्क जल्द ही अन्य शहरों में भी उपलब्ध होगा।
तमिलनाडु में बीएसएनएल 4G की शुरुआत
तमिलनाडु में बीएसएनएल 4G की शुरुआत ने टेलीकॉम क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाई है। इस राज्य में शुरू किए गए नए टॉवर के साथ, उपयोगकर्ताओं को उच्च गति के साथ बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी मिल रही है। इसके बाद बीएसएनएल ने अन्य राज्यों में भी विस्तार किया, जिससे अधिक से अधिक उपयोगकर्ता इस सेवा का लाभ उठा सकें।
बीएसएनएल का लक्ष्य: 1.12 लाख 4G टॉवर
बीएसएनएल ने 1.12 लाख 4G टॉवर लगाने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में, बीएसएनएल ने 15000 टॉवर लगा दिए हैं और अक्टूबर 2024 तक कुल 80000 टॉवर लगाने का लक्ष्य है। इसके बाद, शेष 20000 टॉवर जनवरी 2025 तक लगाए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत, लगभग हर गांव और शहर में 4G नेटवर्क उपलब्ध होगा, जिससे उपयोगकर्ता तेजी से इंटरनेट का आनंद ले सकेंगे।
2024 तक पूरे भारत में 4G टॉवर
बीएसएनएल का यह प्रयास है कि 2024 के अंत तक पूरे भारत में 4G टॉवर लगाए जा सकें। इसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है और अब तक 15000 से अधिक टॉवर लगाए जा चुके हैं। पिछले सप्ताह में ही 1000 से ज्यादा नए 4G टॉवर लगाए गए हैं। बीएसएनएल का यह कदम उसे प्रतिस्पर्धा में आगे रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इन शहरों में बीएसएनएल 4G टावर का नेटवर्क
बीएसएनएल 4G नेटवर्क की पहुंच अब बड़े शहरों तक हो चुकी है। वर्तमान में, मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे, सूरत, कानपुर, जयपुर, लखनऊ, नागपुर, इंदौर, और पटना जैसे प्रमुख शहरों में 4G टॉवर लगाए जा रहे हैं। यह नेटवर्क जल्द ही अन्य शहरों और गांवों तक भी फैल जाएगा।
शहरों में नेटवर्क की उपलब्धता
बीएसएनएल 4G नेटवर्क की उपलब्धता अब तेजी से बढ़ रही है। प्रमुख शहरों में टॉवर लगने के बाद, उपयोगकर्ता हाई-स्पीड इंटरनेट का लाभ उठा सकते हैं। इसके बाद, बीएसएनएल ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेजी से टॉवर लगाकर नेटवर्क की पहुंच बढ़ाने की योजना बना रहा है।
बीएसएनएल का विस्तार: गांवों तक पहुंच
बीएसएनएल का लक्ष्य है कि अगले महीने तक हर शहर में 4G नेटवर्क का विस्तार हो जाए, इसके बाद यह तेजी से गांवों तक भी पहुंचेगा। बीएसएनएल का यह कदम उसे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय बना रहा है। जैसे-जैसे टॉवर की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे अधिक लोग बीएसएनएल की सेवाओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
गांवों में नेटवर्क की तैयारी
बीएसएनएल अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपने 4G नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। कंपनी का मानना है कि जैसे ही शहरों में नेटवर्क की स्थापना हो जाएगी, वैसे ही गांवों में भी यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह बीएसएनएल को ग्रामीण क्षेत्रों में भी एक मजबूत टेलीकॉम प्रदाता के रूप में स्थापित करेगा।
पूरे भारत में टावर कब तक लगाए जाएंगे?
बीएसएनएल के अनुसार, अगस्त 2024 तक पूरे देश में 4G टावर लगाने का कार्य पूरा हो जाएगा। वर्तमान में, बीएसएनएल ने 15000 से अधिक टावर लगाए हैं और आगे भी यह संख्या तेजी से बढ़ाई जा रही है। बीएसएनएल के सस्ते प्लान और बेहतर नेटवर्क के कारण, अधिक से अधिक लोग अपनी सिम को बीएसएनएल में पोर्ट करवा रहे हैं। बीएसएनएल का यह विस्तार उसे प्रतिस्पर्धी बाजार में एक मजबूत स्थान दिलाने में मदद कर रहा है।
समापन
बीएसएनएल का 4G नेटवर्क तेजी से विस्तार कर रहा है, और आने वाले समय में यह पूरे भारत में उपलब्ध होगा। नए टॉवर की स्थापना से उपयोगकर्ताओं को उच्च गति की कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे वे अन्य टेलीकॉम प्रदाताओं से अधिक प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर बेहतर सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। बीएसएनएल का यह प्रयास उसे भारतीय टेलीकॉम बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।