21 जुलाई 2024 से, रांची के सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में लगे स्मार्ट मीटर प्रीपेड में बदल दिए जाएंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो झारखंड बिजली वितरण निगम (JBVNL) द्वारा उठाया जा रहा है। JBVNL के केके वर्मा ने इस पहल की जानकारी दी और बताया कि यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी। इस लेख में, हम इस महत्वपूर्ण बदलाव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और जानेंगे कि इससे उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
प्रक्रिया का चरणबद्ध क्रियान्वयन
केके वर्मा ने बताया कि स्मार्ट मीटर को प्रीपेड में बदलने का काम चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। इसके लिए उपभोक्ताओं को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे इन निर्देशों का पालन करें ताकि इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मोबाइल नंबर की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि जिन उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर उनके कंज्यूमर नंबर से नहीं जुड़ा है, वे जल्द से जल्द संबंधित बिजली कार्यालय जाकर अपने कंज्यूमर नंबर के साथ अपना मोबाइल नंबर टैग करवा लें। यह आवश्यक है ताकि उपभोक्ताओं को व्हाट्सएप पर भी संबंधित सेवाएं मिल सकें और वे स्मार्ट मीटर के प्रीपेड होने की प्रक्रिया से अपडेट रहें।
HCL की सेवा समाप्त
केके वर्मा ने यह भी बताया कि साल 2005 से बिजली राजस्व का काम संभाल रही HCL की सेवा अब समाप्त कर दी गई है। अब JBVNL खुद राजस्व के सारे काम संभालेगा। इसी क्रम में रांची में लगे स्मार्ट मीटर को प्रीपेड किया जाएगा।
रांची में स्मार्ट मीटर की स्थिति
रांची में अब तक 2.5 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जबकि 3.5 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है। अब तक 25 हजार उपभोक्ताओं के मीटर प्रीपेड हो चुके हैं। यह उम्मीद की जा रही है कि अगले महीने, यानी अगस्त तक, सभी स्मार्ट मीटर प्रीपेड किए जाएंगे।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर के लाभ
- उपभोक्ता नियंत्रण: प्रीपेड मीटर से उपभोक्ता अपने बिजली खर्च पर अधिक नियंत्रण रख सकेंगे। उन्हें अपने उपभोग के अनुसार ही भुगतान करना होगा, जिससे उन्हें बिजली की बचत करने की प्रेरणा मिलेगी।
- बेहतर सेवा: प्रीपेड मीटर के जरिए उपभोक्ताओं को बिजली सेवा में किसी प्रकार की रुकावट का सामना नहीं करना पड़ेगा। वे अपने क्रेडिट को आसानी से रिचार्ज कर सकते हैं और सेवा का निर्बाध आनंद ले सकते हैं।
- सटीक बिलिंग: प्रीपेड मीटर से बिलिंग में अधिक पारदर्शिता आएगी। उपभोक्ताओं को वास्तविक खपत के आधार पर ही बिल मिलेगा, जिससे अनावश्यक विवादों की संभावना कम हो जाएगी।
- बिजली की बचत: प्रीपेड मीटर से उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग को मॉनिटर कर सकेंगे और अनावश्यक खपत को कम कर सकेंगे, जिससे बिजली की बचत होगी।
समस्याओं का समाधान
हालांकि प्रीपेड स्मार्ट मीटर के कई लाभ हैं, लेकिन कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि रिचार्ज करने में कठिनाई या तकनीकी समस्याएं। JBVNL इन समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह से तैयार है और उपभोक्ताओं को समय-समय पर सहायता प्रदान करेगा।
निष्कर्ष
रांची में स्मार्ट मीटर को प्रीपेड में बदलने का JBVNL का यह कदम एक महत्वपूर्ण परिवर्तन है जो उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी होगा। इससे न केवल बिजली की खपत में पारदर्शिता आएगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी अपने खर्च पर अधिक नियंत्रण प्राप्त होगा। JBVNL ने इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और उपभोक्ताओं से भी सहयोग की अपील की है। अगले महीने तक, रांची के सभी घरों में स्मार्ट मीटर प्रीपेड हो जाएंगे, जिससे बिजली सेवा में एक नई क्रांति आएगी।